कुछ ऐसी मोहब्बत करना चाहता हूँ मैं
जो छुपाई ना जा सके,जो भुलाई ना जा सके कुछ ऐसी मोहब्बत करना चाहता हूँ मैं रोज तेरे कुचे मे बेखौफ़ सा चला आता हूँ मैं ना बेआबरू होने का जिक्र है,ना रुसवाई की फ़िक्र है बस तेरे ख़्वाबों का पासबान बने रहना चाहता हूँ मै, कुछ ऐसी मोहब्बत करना चाहता हूँ मैं । जो... Continue Reading →
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